Network generation detail 1G,2G,3G,4G,5G Network technology का 1st generation यानि सबसे पहले 1G आया था जो 1980 के दशक में आया था पूरी तरह ...
Network generation detail 1G,2G,3G,4G,5G
Network technology का 1st generation यानि सबसे पहले 1G आया था जो 1980 के दशक में आया था पूरी तरह से wireless telecommunication था इसी के वजह से सेलफोन से बात हो पाती थी तभी से वाइस कॉल की सुबिधा भी हमें मिली
इसके बाद मोबाइल नेटवर्क का second generation 2G 1991 दशक में आया था इसके आने से फोन कॉल के साथ SMS यानि मैसेज की सुविधा भी आई
इसके बाद मोबाइल नेटवर्क का third generation 3G 1998 दशक में आया और 3G ने पूरी दुनिया कोडिजिटल का दिया था यही से इंटरनेट की दुनिया की शुरुआत हुई थी इसमें ही कॉलिंग की दुनिया में एक नया मोड़ आया था जिसे हम video call के नाम से जानते हैं
3G के बाद 4G को 2008 में लॉन्च किया गया इसके आने से इंटरनेट स्पीड और बढ़ गई और साथ ही hd TV और ऑनलाइन गेमिंग की शुरुआत हुई 4G की मदद से ही आज गेमिंग की जा सकती है और TV में full HD videos का आनंद ले पाते है
और फाइनली अब आता है 5G जो 2019 में ही फैलना चालू हो गया था ये 2G,3G,4G के काम तो कर ही सकता है और इसमें मशीन से मशीन के कैम्युनिकेशन का फीचर भी आ गया है
5G की स्पीड कितनी होगी
5G के फायदे 5g benefits in hindi
मौजूदा जानकारी के हिसाब से ऐसा माना जा रहा है की इसकी स्पीड 4G से 100 गुना ज्यादा होगी और इसमें information के चलने की स्पीड बहुत ही तेज होगी 5G technology की इंटरनेट of things कहा जायेगा क्योंकि इसका इस्तेमाल कार से लेकर बाइक तक हर जगह होगा
5g enabled cicites in india
5G कैसे काम करता है
5G में G का मतलब generation होता है यह एक मोबाइल नेटवर्क है जो इंटरनेट को हम तक पहुंचते है मोबाइल नेटवर्क तीन चीजों से मिलकर बना होता है
1. redio access network यही वो पार्ट होता है जिसे एंटीना या टावर कहते है जिससे हमारा फोन में नेटवर्क आते हैं
2.Core network
इसी की मदद से हम किसी को कॉल या मैसेज कर पाते है
3.transport network
ये नेटवर्क redio access और core network को जोड़ने का काम करता है
5G से होने वाले नुकसान
5G के आने से कुछ नुकसान भी है लेकिन जहा नुकसान होता है वहा कुछ फायदा भी होता है पहले नुकसान के बारे में जान लेते है
5G के आने से bandwidth बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा bandwidth का मतलब होता है किसी wave को चलने के लिए जरूरी जगह जब 3G आया था तब काम लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं इसलिए काम टावर लगाए गए थे जब 4G आया तब bandwidth का क्षेत्र और बढ़ गया और ज्यादा लोग इंटरनेट इस्तेमाल करने लगे
अब 5G आने से एक टावर बहुत कम दूरी तक ही नेटवर्क को पहुंचा सकता है जिसका मतलब 5G आने से टावर की संख्या बढ़ जाएगी
5G में 6GHz की फ्रीक्वेंसी इस्तेमाल की जाएगी और यही फ्रिक्वेंसी सैटेलाइट में भी इस्तेमाल की जाती है और जब 5G का इस्तेमाल ज्यादा हो जाएगा तो ये वेब आपस में डिस्ट्रैक्ट करने लगेंगी जिसकी वजह से या सैटेलाइट या 5G network को नुकसान होगा
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की नवंबर 30 तक लगभग 5.8 बिलियन यूजर हो जायेंगे और 126 बिलियन से भी ज्यादा 5G device को चलाया जाएगा जिसकी वजह से पर्यावरण पर भी काफी प्रभाव पड़ेगा
अगर ऐसा हुआ तो 5G अकेले ही 14% ग्लोबल वार्मिंग गैसेस को वातावरण में छोड़ेगा
5G से सबसे ज्यादा नुकसान जानवरो खासकर पक्षी पर पड़ेगा इसकी वजह से पक्षियों का eco system में बदलाव आते है 5G से पक्षियों की घोंसला बनाने की सकती भी काम हो जाती है इसकी वजह से कुछ पक्षियों के विलुप्त हो जाने की संभावना है
5G का असर मधुमक्खियों पर भी होगा
5G के आने से इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट की मात्रा भी बढ़ेगी क्योंकि सब लोग 4G डिवाइस को एक्सचेंज करना शुरू कर देंगे
5G का इंसानों पर कोई सीधा प्रभाव नहीं होगा अगर आप अपने पास मोबाइल रखते है तो इससे शरीर का ताप बढ़ेगा जिससे वहां की कुछ कोशिका डैमेज हो जाएंगी
5G plan
5g प्लान की बात की जाए तो Airtel में 4G वाले प्लेन पर ही 5G का प्लान मिल जायेगा
Jio में 5G प्लान पर कुछ ज्यादा पैसा लगेगा
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